अमृत वाणी (भाग-२)
१९४ करना नहीं रहता।
... द्रव्यका उत्पाद-व्यय .. है। लेकिन उत्पाद अलग, व्यय अलग, सब भिन्न- भिन्न नहीं पडे हैं, एक ही वस्तुके अंश हैं।
मुमुक्षुः- उत्पाद-व्यय एक सत और ध्रुव एक सत.. समाधानः- वस्तु भिन्न-भिन्न नहीं है। पर्यायके अंश हैं।
प्रशममूर्ति भगवती मातनो जय हो!