Benshreeni Amrut Vani Part 2 Transcripts (Hindi).

< Previous Page   Next Page >


PDF/HTML Page 723 of 1906

 

अमृत वाणी (भाग-३)

२९०

समाधानः- उतना वाणीमें निकला, उन्हें ज्ञानमें... श्रुतकी लब्धि। एक शब्दमें चौदह ब्रह्माण्ड खडा कर दे ऐसी (वाणी)। भगवानकी वाणीमें दिव्यध्वनिमें सब आये, वैसे उनके एक शब्दमें सब आ जाता था। चारों पहलूसे आता था।

प्रशममूर्ति भगवती मातनो जय हो! माताजीनी अमृत वाणीनो जय हो!
 