Benshreeni Amrut Vani Part 2 Transcripts (Hindi).

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अमृत वाणी (भाग-३)

३४२ और स्वानुभूति। आत्माकी दशा कोई अपूर्व... वह कैसे प्रगट हो, यही करने जैसा है। आत्माकी दुनिया कोई अलग ही है, वह प्रगट कर। गुरुदेव जहाँ बसे वहाँ सब अलग है तो आत्मा तो उससे भी अलग है।

मुमुक्षुः- .. वह क्षेत्र ऐसा अलग लगे तो..

समाधानः- वह बात तो उससे भी अलग है।

मुमुक्षुः- अपनी सुबहकी पूजा कोई देखे, एक पूजा देखे कि सोनगढमें कैसी पूजा होती है, तो भी ऐसा अहोभाव आये कि ऐसी पूजा किसीने देखी नहीं होगी। समूह पूजा होती है, वह भी ऐसी कोई...

समाधानः- भाववाही सबको होती है।

मुमुक्षुः- सबके हाथमें पुस्तक, अर्थसहित समझना..

समाधानः- अपूर्व मार्गकी लाईन बता दी है। कोई भूल न करे इतना स्पष्ट कर दिया है। जीवको अनादिकालसे पुण्यकी और शुभभावकी मीठास छूटनी मुश्किल है। वह मुश्किल है। गुरुदेवने तो कहाँ ऊडा दिया।

... भगवानके समवसरणमें जाता है, भगवानकी ध्वनि सुनने। पहले वह उत्सल करना है। भगवानको केवलज्ञान हुआ, बाकी सब बादमें। संसार मुख्य नहीं है, धर्म ुमुख्य है। इतना करनेके बाद धर्म बादमें, बुढापेमें करेंगे, वह सब तो वादे हैं। धर्म तो साथमें ही रहना चाहिये। संसारका तो होता रहता है, वह तो राग पडा है तो हुए बिना रहेगा नहीं। इसके बाद करुँगा, इसके बाद करुँगा, एकके बाद एक आते ही रहता है। पूरा ही नहीं होगा। इसलिये गुरुदेवने कहा न कि तुझे मकडीकी झाल लगेगी। ... यह काम करो और वह काम करो। ...

प्रवृत्तिके योगमेंसे निवृत्तिका योग खोज लेना। आत्मा निवृत्त स्वरूप है। आत्माकी ओर कैसे मुडना वह अन्दरसे खोजते ही रहना। देव-गुरु-शास्त्रके प्रसंगोंमें मुझे ज्ञायक मुख्य है। सब प्रसंगमें मुझे आत्मा मुख्य है, मुझे भेदज्ञानकी धारा और ज्ञायक, चैतन्यदेव मुख्य है। देव-गुरु-शास्त्रको मुख्यरूपसे रखकर बाकी सब बादमें।

... बाह्य संयोगमें तुने अन्दरको ज्ञाताको पहचाना होगा, कुछ आराधना की हो, कुछ समझ की हो, तत्त्वके विचार किये हो तो वह सब तुझे काम आयेगा। देव- गुरु-शास्त्रकी आराधना, ज्ञायककी आराधना तुझे काम आयेगी। यह बाहरका कुछ काम नहीं आयेगा। बाहरसे बहुत करता हो, परन्तु वह सब उस वक्त साथ नहीं देते। बाहरसे ऊपर-ऊपरसे करे, थोडा वांचन कर ले, थोडा त्याग कर ले, लेकिन वह क्या काम आये? अंतरसे हृदयका भेद होकर अन्दर रुचि हुयी हो कि अहा..! यह सब भिन्न है, यह आत्मा नहीं है। यह सब आकुलतारूप है। अन्दर ... सुख अन्दर है। ऐसे