Chha Dhala-Gujarati (Devanagari transliteration).

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अने (२) परोक्ष; तेमां मतिज्ञान अने श्रुतज्ञान परोक्षज्ञान*
छे, कारण के ते बन्ने ज्ञान इन्द्रियो अने मनना निमित्तथी
वस्तुने अस्पष्ट जाणे छे. सम्यग्मति-श्रुतज्ञान स्वानुभवकाळे
प्रत्यक्ष होय छे तेमां इन्द्रिय अने मन निमित्त नथी.
* जे ज्ञान इन्द्रियो अने मनना निमित्तथी वस्तुने अस्पष्ट जाणे छे तेने
परोक्षज्ञान कहेवाय छे.
चोथी ढाळ ][ १०३