तेम नथी. अने अंते एवां अत्यंत माठां परिणामो (आर्तध्यान)थी
मर्यो के महामुश्केलीथी पार करी शकाय तेवा समुद्रसमान दुस्तर
नरकमां जई पहोंच्यो. ८.
तहां राध-श्रोणितवाहिनी, कृमिकुलकलित देहदाहिनी. ९.
हजारो (बिच्छू) वींछीओ (डसे) डंख मारे तोपण (नहिं तिसो)
एना जेवुं दुःख थतुं नथी. [वळी] (तहां) त्यां [नरकमां]
(राध-श्रोणितवाहिनी) लोही अने परु वहेवडावनारी [एक
वैतरणी नामनी नदी छे] जे (कृमिकुलकलित) नाना नाना क्षुद्र
कीडाओथी भरेली छे अने (देहदाहिनी) शरीरमां दाह उत्पन्न
करवावाळी छे.