Chha Dhala-Gujarati (Devanagari transliteration). Biji Dhalano Lakshan-sangrah.

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मिथ्याज्ञानगृहीत (बाह्य कारण प्राप्त); अगृहीत (निसर्गज).
मिथ्याचारित्रगृहीत अने अगृहीत (निसर्गज).
महादुःखस्वरूपनी अणसमजण; मिथ्यात्व.
विमानवासीकल्पोपपन्न अने कल्पातीत.
बीजी ढाळनो लक्षण-संग्रह
अनेकान्तप्रत्येक वस्तुमां वस्तुपणानी सिद्धि (साबिती)
करवावाळी अस्तित्व, नास्तित्व आदि परस्पर
विरुद्ध बे शक्तिओनुं एकसाथे प्रकाशित थवुं ते
(आत्मा सदाय स्वरूपे छे-पररूपे नथी एवी जे
द्रष्टि ते अनेकान्तद्रष्टि छे.)
अमूर्तिकरूप, रस, गंध अने स्पर्श विनानी वस्तु.
आत्माजाणवुं अने देखवुं अथवा ज्ञान-दर्शन शक्तिवाळी
वस्तुने आत्मा कहेवामां आवे छे; जे सदाय जाणे
अने जाणवारूपे परिणमे तेने जीव अथवा आत्मा
कहे छे.
उपयोगजीवनी ज्ञान-दर्शन अथवा जाणवा-देखवानी
शक्तिनो व्यापार.
एकान्तवादअनेक धर्मोनी सत्तानी अपेक्षा नहि करतां,
वस्तुने एक ज रूपथी निरूपण करवी.
बीजी ढाळ ][ ५१