Chidvilas-Gujarati (Devanagari transliteration).

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चिद्दविलास
(३) पर्यायनुं कारण पर्याय ज छे. गुण विना ज (अर्थात्
गुणनी अपेक्षा वगर ज) पर्यायनी सत्ता पर्यायनुं कारण छे; पर्यायनुं
सूक्ष्मत्व पर्यायनुं कारण छे, पर्यायनुं वीर्य पर्यायनुं कारण छे, पर्यायनुं
प्रदेशत्व पर्यायनुं कारण छे. अथवा,
(४) उत्पाद-व्यय कारण छे (ने पर्याय कार्य छे). केम के
उत्पाद-व्ययवडे पर्याय जाणवामां आवे छे माटे ते पर्यायनुं कारण छे
अने पर्याय (तेनुं) कार्य छे.
ए प्रमाणे कार्यकारणना भेद छे. वस्तुनो सर्वरस सर्व
स्वकारण कार्य ज छे कारण कार्य जाण्या तेणे सर्वे जाण्युं, आ
परमात्माने अनंत गुणो छे, अनंत शक्ति छे, अनंत गुणोना
अनंताअनंत पर्यायो छे, अनंत चेतना-चिह्नमां अनंत, अनंताअनंत
सप्त भंग सधाय छे. आ वगेरे प्रकारे वस्तुनो अनंत महिमा छे.
ते (महिमाने) कोई क्यां सुधी कहे? माटे जेओ संत छे तेओ
स्वरूपना अनुभव(रूपी) अमृतरस पीने अमर थाओ.