योग-विभावनुं कंपन छूट्युं,
अनंत अकंपता आज,...वीर० ४.
अनंत अनंत गुणपर्याये परिणम्या,
प्रगट्यो अगुरुलघु महान,...वीर० ५.
पुनित पगलां काल हतां भरतमां,
आजे थया चिद्दबिंब,...वीर० ६.
काले वीरजी अरिहंत हता,
आजे सिद्ध भगवान,...वीर० ७.
भरतक्षेत्रे पावापुरीमां,
स्मरण वीरनां थाय,...वीर० ८.
देवदेवेंद्रो पावापुरीमां ऊतर्या;
निर्वाणमहोत्सव काज,...वीर० ९.
विरह पड्या आ भरतक्षेत्रमां,
त्रिलोकीनाथना आज,...वीर० १०.
हे वीर! हे वीर! भरतक्षेत्रमां,
सेवक करे तने साद,...वीर० ११.
सिद्धमंदिरे नाथ बिराज्या,
शासनमां जाग्या कोई संत,..वीर० १२.
साद सांभळ्यो सेवक तणो ए,
जाग्या कुंद - कहान संत,...वीर० १३.
कुंदकुंद-अमृतादि-कहानगुरु पाकिया
शासनना रक्षणहार,...वीर० १४.
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