Moksha Marg Prakashak-Gujarati (Devanagari transliteration).

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विषयपृष्ठ विषयपृष्ठ
(१३)
‘‘लोकना अनादिनिधनपणानी पुष्टि’’...... १११
अवतार मीमांसा ................................ ११२
यज्ञमां पशुवधथी धर्मकल्पना
पशुहिंसानो
निषेध....................................... ११५
निर्गुण अने सगुण भकितनी मीमांसा ..... ११६
भकितयोग मीमांसा ............................. ११६
ज्ञानयोग मीमांसा ............................... ११९
पवनादि साधन वडे ज्ञानी होवानो प्रतिषेध ... १२१
अन्यमतकल्पित मोक्षमार्गनी मीमांसा ....... १२३
इस्लाममत संबंधी विचार .................... १२४
अन्यमत निरूपित तत्त्व विचार
सांख्यमत निराकरण ............................ १२५
नैयायिकमत
निराकरण.......................... १२७
वैशेषिकमत निराकरण .......................... १२९
मीमांसकमत
निराकरण ......................... १३२
जैमिनीयमतनिराकरण......................... १३२
बौद्धमतनिराकरण .............................. १३३
चार्वाकमतनिराकरण ........................... १३४
अन्यमत निराकरण उपसंहार ................ १३६
अन्यमतथी जैनधर्मनी तुलना ................. १३७
अन्यमतना ग्रंथोथी जैनमतनी प्राचीनता
अने समीचीनता ......................... १३९
श्वेतांबरमतनिराकरण.......................... १४४
अन्यलिंगथी मुक्तिनो निषेध.................. १४६
गृहस्थमुकित निषेध ............................. १४६
स्त्रीमुकित निषेध ................................. १४६
शूद्रमुकित निषेध ................................. १४७
अच्छेरानो निषेध................................ १४७
श्वेतांबरमत कथित देव
गुरु
धर्मनुं
अन्यथा स्वरूप ........................... १४९
मुनिने वस्त्रादिक उपकरणनो निषेध.......... १५२
गुरुनुं अन्यथा स्वरूप .......................... १५२
धर्मनुं अन्यथा स्वरूप .......................... १५६
ढूंढकमत
निराकरण .............................. १५८
प्रतिमाधारी श्रावक न होवानी मान्यतानो
निषेध....................................... १६०
मुखपट्टी आदिनो निषेध ....................... १६१
मूर्तिपूजा निषेधनुं निराकरण .................. १६१
अधिकार छठ्ठो १६८ थी १९७
कुदेव-कुगुरु-कुधर्मनिराकरण ................... १६८
कुदेवनुं निरूपण अने तेनी सेवानो निषेध .... १६८
व्यन्तरादिनुं स्वरूप अने तेमने पूजवानो
निषेध....................................... १६९
क्षेत्रपाल, पद्मावती आदिने पूजवानो
निषेध....................................... १७३
कुगुरुना श्रद्धानादिकनो निषेध ................. १७५
कुळअपेक्षा गुरुपणानो निषेध ................. १७५
शिथिलाचारनी पोषक युक्ति अने तेमनुं
निराकरण .................................. १८९
कुधर्मनुं निरूपण अने तेनी श्रद्धा आदिनो
निषेध....................................... १९२
अधिकार सातमो १९८ थी २७३
(जैनमतानुयायी मिथ्याद्रष्टिओनुं स्वरूप)
केवळ निश्चयनयावलंबी जैनाभासोनुं
निरूपण .................................... १९८
केवळज्ञान मानवामां भूल ..................... १९९
निश्चयाभासीनी स्वच्छंदता अने तेमनो
निषेध....................................... २०५
शास्त्राभ्यासनी निरर्थकता माननारनो
निषेध....................................... २०५