Pravachansar-Gujarati (Devanagari transliteration).

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कहानजैनशास्त्रमाळा ]
पि२शिष्ट
४९९
वादिदत्तमधुकुक्कुटीगर्भलब्धमाणिक्यदैववादिवदयत्नसाध्यसिद्धिः ३३ ईश्वरनयेन धात्रीहटा-
वलेह्यमानपान्थबालकवत्पारतन्त्र्यभोक्तृ ३४ अनीश्वरनयेन स्वच्छन्ददारितकुरङ्गकण्ठीरववत्स्वा-
तन्त्र्यभोक्तृ ३५ गुणिनयेनोपाध्यायविनीयमानकुमारकवद्गुणग्राहि ३६ अगुणिनयेनोपाध्याय-
विनीयमानकुमारकाध्यक्षवत् केवलमेव साक्षि ३७ कर्तृनयेन रञ्जकवद्रागादिपरिणाम-
कर्तृ ३८ अकर्तृनयेन स्वकर्मप्रवृत्तरञ्जकाध्यक्षवत्केवलमेव साक्षि ३९ भोक्तृनयेन हिता-
हितान्नभोक्तृव्याधितवत् सुखदुःखादिभोक्तृ ४० अभोक्तृनयेन हिताहितान्नभोक्तृ-
व्याधिताध्यक्षधन्वन्तरिचरवत् केवलमेव साक्षि ४१ क्रियानयेन स्थाणुभिन्नमूर्धजातदृष्टि-
दर्शनस्वभावनिजपरमात्मतत्त्वसम्यक्श्रद्धानज्ञानानुष्ठानरूपाभेदरत्नत्रयात्मकनिर्विकल्पसमाधिसंजातरागाद्युपाधि-
रहितपरमानन्दैकलक्षणसुखामृतरसास्वादानुभवमलभमानः सन् पूर्णमासीदिवसे जलकल्लोलक्षुभितसमुद्र
प्राप्त थाय छे एवा दैववादीनी माफक. ३३.

आत्मद्रव्य ईश्वरनये परतंत्रता भोगवनार छे, धावनी दुकाने धवडाववामां आवता मुसाफरना बाळकनी माफक. ३४.

आत्मद्रव्य अनीश्वरनये स्वतंत्रता भोगवनार छे, हरणने स्वच्छंदे (स्वतंत्रपणे, पोतानी मरजी अनुसार) फाडी खाता सिंहनी माफक. ३५.

आत्मद्रव्य गुणीनये गुणग्राही छे, शिक्षक वडे जेने केळवणी आपवामां आवे छे एवा कुमारनी माफक. ३६.

आत्मद्रव्य अगुणीनये केवळ साक्षी ज छे (गुणग्राही नथी), शिक्षक वडे जेने केळवणी आपवामां आवे छे एवो जे कुमार तेने जोनार पुरुषनी (प्रेक्षकनी) माफक. ३७.

आत्मद्रव्य कर्तृनये, रंगरेजनी माफक, रागादिपरिणामनुं करनार छे (अर्थात् आत्मा कर्तानये रागादि परिणामोनो कर्ता छे, जेम रंगारो रंगकामनो करनार छे तेम). ३८.

आत्मद्रव्य अकर्तृनये केवळ साक्षी ज छे (कर्ता नथी), पोताना कार्यमां प्रवृत्त रंगरेजने जोनार पुरुषनी (प्रेक्षकनी) माफक. ३९.

आत्मद्रव्य भोक्तृनये सुखदुःखादिनुं भोगवनार छे, हितकारी -अहितकारी अन्नने खानार रोगीनी माफक. [आत्मा भोक्तानये सुखदुःखादिने भोगवे छे, जेम हितकारी के अहितकारी अन्नने खानार रोगी सुख के दुःखने भोगवे छे तेम.] ४०.

आत्मद्रव्य अभोक्तृनये केवळ साक्षी ज छे, हितकारी -अहितकारी अन्नने खानार रोगीने जोनार वैद्यनी माफक. [आत्मा अभोक्तानये केवळ साक्षी ज छेभोक्ता नथी, जेम सुखदुःखने भोगवनार रोगीने जोनार जे वैद्य ते तो केवळ साक्षी ज छे तेम.] ४१.