कहानजैनशास्त्रमाला ]
सर्वविशुद्धज्ञान अधिकार
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यदहमकार्षं, यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, मनसा च वाचा च कायेन
च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति १ । यदहमकार्षं, यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं,
मनसा च वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २ । यदहमकार्षं, यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं
समन्वज्ञासिषं, मनसा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ३ । यदहमकार्षं, यदचीकरं,
यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ४ । यदहमकार्षं,
यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, मनसा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ५ ।
यदहमकार्षं, यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ६ ।
यदहमकार्षं, यदचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति
७ । यदहमकार्षं, यदचीकरं, मनसा च वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ८ ।
यदहमकार्षं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, मनसा च वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या
मे दुष्कृतमिति ९ । यदहमचीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, मनसा च वाचा च
जो मैंने (अतीतकालमें कर्म) किया, कराया और दूसरे करते हुएका अनुमोदन किया,
मनसे, वचनसे, तथा कायसे, यह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो। (कर्म करना, कराना और अन्य
करनेवालेका अनुमोदन करना वह संसारका बीज है, यह जानकर उस दुष्कृतके प्रति हेयबुद्धि आई
तब जीवने उसके प्रतिका ममत्व छोड़ा, यही उसका मिथ्या करना है)।१।
जो मैंने (अतीत कालमें कर्म) किया, कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया,
मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२। जो मैंने (पूर्वमें) किया, कराया और अन्य
करते हुएका अनुमोदन किया, मनसे तथा कायसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।३। जो मैंने (पूर्वमें)
किया, कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया, वचनसे तथा कायसे, वह मेरा दुष्कृत
मिथ्या हो।४।
जो मैंने (अतीत कालमें) किया, कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया, मनसे,
वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।५। जो मैंने (पूर्वमें) किया, कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन
किया, वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।६। जो मैंने (पूर्वमें) किया, कराया और अन्य करते
हुएका अनुमोदन किया, कायसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।७।
जो मैंने (पूर्वमें) किया और कराया मनसे, वचनसे तथा कायसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या
हो।८। जो मैंने (पूर्वमें) किया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे, वचनसे और
कायसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।९। जो मैंने (पूर्वमें) कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन