दुष्कृतमिति १९ । यदहमकार्षं, यदचीकरं, मनसा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २० ।
जो मैंने (अतीत कालमें) किया और कराया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।११। जो मैंने (पूर्वमें) किया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१२। जो मैंने (पूर्वमें) कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१३। जो मैंने (पूर्वमें) किया और कराया मनसे तथा कायसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१४। जो मैंने (पूर्वमें) किया तथा अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१५। जो मैंने (पूर्वमें) कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१६। जो मैंने (पूर्वमें) किया और कराया वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१७। जो मैंने (पूर्वमें) किया तथा अन्य करते हुएका अनुमोदन किया वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१८। जो मैंने (पूर्वमें) कराया तथा अन्य करते हुएका अनुमोदन किया वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।१९।
जो मैंने (अतीत कालमें) किया और कराया, मनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२०। जो मैंने (पूर्वंमें) किया और कराया तथा अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२१। जो मैंने (पूर्वमें) कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया