कहानजैनशास्त्रमाला ]
सर्वविशुद्धज्ञान अधिकार
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यदहमकार्षं, यदचीकरं, वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २३ । यदहमकार्षं,
यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २४ । यदहम-
चीकरं, यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २५ ।
यदहमकार्षं, यदचीकरं, कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २६ । यदहमकार्षं,
यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २७ । यदहमचीकरं,
यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं, कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २८ । यदहमकार्षं
मनसा च वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २९ । यदहमचीकरं मनसा
च वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ३० । यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं
मनसा च वाचा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ३१ । यदहमकार्षं मनसा
च वाचा च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ३२ । यदहमचीकरं मनसा च वाचा च, तन्मिथ्या
मे दुष्कृतमिति ३३ । यत्कुर्वन्तमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं मनसा च वाचा च, तन्मिथ्या
मे दुष्कृतमिति ३४ । यदहमकार्षं मनसा च कायेन च, तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति ३५ ।
मनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२२। जो मैंने (पूर्वमें) किया और कराया वचनसे, वह
मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२३। जो मैंने (पूर्वमें) किया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया
वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२४। जो मैंने (पूर्वमें) कराया तथा अन्य करते
हुएका अनुमोदन किया वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२५। जो मैंने (पूर्वमें) किया
और कराया कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२६। जो मैंने (पूर्वमें) किया और अन्य
करते हुएका अनुमोदन किया कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।२७। जो मैंने
(पूर्वमें) कराया और अन्य करते हुएका अनुमोदन किया कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या
हो।२८।
जो मैंने (अतीत कालमें) किया मनसे, वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या
हो।२९। जो मैंने (पूर्वमें) कराया मनसे, वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।३०।
जो मैंने अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे, वचनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या
हो।३१।
जो मैंने (अतीत कालमें) किया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।३२।
जो मैंने (पूर्वमें) कराया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।३३। जो मैंने
(पूर्वमें) अन्य करते हुएका अनुमोदन किया मनसे तथा वचनसे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या
हो।३४। जो मैंने (पूर्वमें) किया मनसे तथा कायासे, वह मेरा दुष्कृत मिथ्या हो।३५।