२. सर्वज्ञसत्तानी सिद्धि
विषयपृष्ठ
१. आ काळमां पण उत्तरोत्तर महा दुर्लभ वातोनी प्राप्ति - ५२
२. आत्महित माटे प्रथम सर्वज्ञनो यथार्थ निर्णय
करवो जोईए.-------------------------------------------- ६०
३. आत्महित माटे १० वातो द्वारा साचा देवनी
आस्तिक्यता लावी सेवक थवा बाबत. ------------------ ६३
४. सर्वज्ञनी परीक्षा द्वारा सिद्धि ----------------------- ६६ – ९३
(१) सर्वज्ञना अस्तित्वने जणावनार प्रमाणनी सिद्धि -- ६६
(२) अप्रमाणज्ञाननुं स्वरूप. ---------------------------- ७२
(३) मोक्षमार्गमां प्रयोजनभूत पदार्थोनुं साचुं ज्ञान
सम्यग्द्रष्टिने होय छे ते बाबत. ------------------ ७३
(४) प्रमाणज्ञानना १३ भेदोनुं स्वरूप. ---------------- ७५
(अ) मूळ प्रयोजनभूत रकम होवाथी सर्वज्ञनुं स्वरूप
अनुमान द्वारा निश्चय करवा योग्य छे ते बाबत. - ७७
(ब) अनुमान प्रमाणरूप ज्ञानने सर्वज्ञना निर्णय
तरफ लगाडवा बाबत. ----------------------------- ७९
(क ) साचासाधनना भेदोनुं स्वरूप. ------------------ ८०
(ड) तर्कप्रमाण अने अनुमानप्रमाणनुं स्वरूप.-------- ८४
(५) उद्देश, लक्षण अने परीक्षा द्वारा सर्वज्ञनी सत्तानो निर्णय. -- ८६
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