भजनमाळा ][ १०७
मन के मंदिर में आंखो के रस्ते तूझे,
मेरे भगवान लाना पडा है मूझे.
मेरे दिलसे न जाना यही अरदास है...मेरे० १
तेरे रहने को मंदिर बनाया है मन,
तेरे चरणों पै अरपन किया तन व धन.
मेरे दिलसे न जाओगे विश्वास है...मेरे० २
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श्री पारसनाथ भजन
(जब चले गये गीरनार....)
जब तुम्हीं चले मुख मोड हमें युं छोड, ओ पारस प्यारा....
अब तुम बिन कौन हमारा. (टेक)
ये बादल घिर घिर आते हैं, तूफान साथमें लाते हैं,
व्याकुल होकर हमने तुम्हें पुकारा...अब तुम. १
आंखों में आंसु बहते हैं, सब रो रो कर युं कहते हैं,
जब तुम्हीं ने प्रभु हमसे किया किनारा...अब तुम. २
होटों पर आहें जारी हैं दिल में बस याद तुम्हारी है,
ये राज भटकता फिरे है दर दर मारा...अब तुम. ३
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