Shri Jinendra Bhajan Mala-Gujarati (Devanagari transliteration).

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भजनमाळा ][ १०७
मन के मंदिर में आंखो के रस्ते तूझे,
मेरे भगवान लाना पडा है मूझे.
मेरे दिलसे न जाना यही अरदास है...मेरे०
तेरे रहने को मंदिर बनाया है मन,
तेरे चरणों पै अरपन किया तन व धन.
मेरे दिलसे न जाओगे विश्वास है...मेरे०
श्री पारसनाथ भजन
(जब चले गये गीरनार....)
जब तुम्हीं चले मुख मोड हमें युं छोड, ओ पारस प्यारा....
अब तुम बिन कौन हमारा. (टेक)
ये बादल घिर घिर आते हैं, तूफान साथमें लाते हैं,
व्याकुल होकर हमने तुम्हें पुकारा...अब तुम.
आंखों में आंसु बहते हैं, सब रो रो कर युं कहते हैं,
जब तुम्हीं ने प्रभु हमसे किया किनारा...अब तुम.
होटों पर आहें जारी हैं दिल में बस याद तुम्हारी है,
ये राज भटकता फिरे है दर दर मारा...अब तुम.