Shri Jinendra Bhajan Mala-Gujarati (Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


Page 65 of 208
PDF/HTML Page 75 of 218

 

background image
भजनमाळा ][ ६५
तुम भुला दो मुझको चाहे मैं न भुलाउं,
मैं सदा निज मनमें तेरा ध्यान लगाउं,
अष्टप्रहर भक्ति गान गा रहा ‘रतन’....तुं.
श्री जिनवर भजन
(भक्ति भाव भजके....)
भजु भाव सजके जग माया तज के
चले जाउं प्रभुके सामने.....चले जाउं.
सम्यक् दर्शन सजके ज्ञानचरित भजके
चले जाउं प्रभुके सामने....चले जाउं.
दिल लगाके कभी न भूलना,
भाव लगाकर धुनमें झूलना...धुनमें.
तरुं भव जलसे, भजी शुद्ध दिलसे,
गीत गाउं प्रभुके सामने...गीत गाउं.
भक्ति की धुनमें प्रीति है जिन से,
जगकी झंझटमें भूलुं न दिलसे...भूलुं न
जिनवाणी सुनके मैं मयुर बन के
नाच नचुं प्रभुके सामने...नाच नचुं.
जाना है हमको मुक्ति के किनारे,
जीवन है सुपरत प्रभुके सहारे...प्रभुके.