Shri Jinendra Bhajan Mala-Gujarati (Devanagari transliteration).

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भजनमाळा ][ ८९
आये इन्द्र धरणेन्द्र नरेन्द्र सब, मच रहे है हल्ला. लल्ला गोदी. २
हमहू न्हवन कियो गिरि उपर, क्या है तेरी शल्ला. लल्ला गोदी. ३
द्रग सुख दास आश भई पूरन, हो गया ऊजल्ला. लल्ला गोदी ४
वधााइ
रंग वधाईयां सुन सखी ये शिवा सुत जाईयां
भला वे आज बाजे छे वधाईयां....(टेक)
सब सखीयन मिल मंगल गावेजी दे दे ताल सवाईयां
नरनारी मिल चौक पूरावे मन में हरष सवाईयां
ऐरावत हस्ती सजी कर के तापर प्रभु को पधराईयां
मेरु शिखर ले जाय प्रभु को मघवा कलश ढूराईयां
पूंछ शृंगार कियो सचियनने निरखत अंग नवाइयां
नेम नाम धरी सोंप नृपति को तांडव नृत्य कराईयां
जन्म कल्याणक उत्सव करी के इन्द्र स्वर्ग कुं जाईयां
अब ‘सेवक’ हितकर गुण गावे जामन मरन मिटाइयां
श्री पार्श्वनाथभजन
पार्श्वनाथ देवजी तुम से है यह प्रार्थना,
नाथ आज पूरिये मेरी मनोकामना (टेक)