Shri Jinendra Stavan Mala-Gujarati (Devanagari transliteration).

< Previous Page   Next Page >


Page 84 of 253
PDF/HTML Page 96 of 265

 

background image
८४ ][ श्री जिनेन्द्र
पामरने प्रभु परखाव्या, भक्तने भगवान भेटाड्या
शासनमां.
भक्तिभर्युं चित्त भेट्युं ने डगमग डोल्युं शासनमां.
कोई जय जय बोल्युं ने को चरणमां नम्युं शासनमां.
श्रीस्तवन
मीठी लागे छे कहान जन्मनी वधामणी,
मीठा वधामणीना सूर....
कहान जन्म लागे मीठा रे.
अवनिने आंगणीए सोहे सोहामणां,
भारतमां जनम्या कुंवर कहान,
रमता’ता जन्मथी ए ज्ञानरसकुंजमां,
नीरख्या उजमबाना नंद....
उमराळा गाम लागे मीठा रे.
जन्मधाम लागे मीठा रे.
नीरख्या नीरख्या में शासन सोहामणां,
हिंदमांहि एक गुरु कहान,
अद्भुत श्रुतज्ञानी व्हाला जगतने,
दीठा भव्योना तारणहार....
कहान जन्म लागे मीठा रे.
शासन संत लागे मीठा रे.