Yogsar Doha-Gujarati (Devanagari transliteration). Yogsar Doha Gatha : 1 - 25 Gatha: 1.

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श्रीमद्-योगीन्दुदेव-विरचितः
योगसारः
गुजराती भाषानुवाद सहित
मंगलाचरण
(श्री सिद्धोने नमस्कार)
णिम्मल-झाण-परिट्ठया कम्म-कलंक डहेवि
अप्पा लद्धउ जेण परु ते परमप्प णवेवि ।।।।
निर्मलध्यानप्रतिष्ठिताः कर्मकलंकं दग्ध्वा
आत्मा लब्धः येन परः तान् परमात्मनः नत्वा ।।।।
(दोहरा)
निर्मळ ध्यानारूढ थई, कर्मकलंक खपाय;
थया सिद्ध परमातमा, वंदु ते जिनराय.
अन्वयार्थ[निर्मलध्यानप्रतिष्ठिताः] निर्मलध्यानमां स्थित
थया थका [येन] जेणे [कर्मकलंकं दग्ध्वा] कर्मरूपी मलने बाळीने [परः
आत्मा] परमात्माने [लब्धः] प्राप्त कर्यो छे, [तान् परमात्मन्ः नत्वा] ते
परमात्माने नमस्कार करीने. १.
श्री अरहंत भगवानने नमस्कारः